Friday, October 11, 2024

मेरा जहान

वो अधूरी सी तारीफ, वो अधूरी सी बातें,

वो दूर की एक झलक, वो ख्वाबों से भरी रातें।

कुछ टूटा तो तेरे दिल में भी होगा,

जब अनकही बातें अनकही ही रह गई;

कमी तुझको भी मेरी खलती तो होगी,

जब तुझ में किसी को उसका जहान नहीं दिखता होगा;

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