क्यों दुखी है तू, तू राह बदल,
तू धैर्य ना खो,ना चाह बदल;
वक़्त बदलेगा, जो रूठा है;
तू क्यों मुरझाया, क्यों टूटा है?
आज, ताज गिरा है, गिरने दे,
मोहताज नहीं, तेरा हुनर किसी का;
तेरे तारे थोड़े फरने दे,
तू प्यादा नहीं, है वज़ीर यहीं का.
कब तक, तुझसे दूर भागेगी,
एक दिन वो हार के बोलेगी;
तू कोशिश में बस कमी ना कर,
किस्मत दरवाज़ा खोलेगी,
जल्दी दरवाज़ा खोलेगी।
तू धैर्य ना खो,ना चाह बदल;
वक़्त बदलेगा, जो रूठा है;
तू क्यों मुरझाया, क्यों टूटा है?
आज, ताज गिरा है, गिरने दे,
मोहताज नहीं, तेरा हुनर किसी का;
तेरे तारे थोड़े फरने दे,
तू प्यादा नहीं, है वज़ीर यहीं का.
कब तक, तुझसे दूर भागेगी,
एक दिन वो हार के बोलेगी;
तू कोशिश में बस कमी ना कर,
किस्मत दरवाज़ा खोलेगी,
जल्दी दरवाज़ा खोलेगी।
Hope mere kismat ka bhi atleast khidki open ho jaye... need to google to understand ur pro Hindi vocabulary ...
ReplyDeletevery well written....
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